शराब ठेकदार तय सीमा से बाहर दुकाने खोल कर रहे है अवैध वसूली



लखनऊ। माल क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक शराब के ठेकेदारों द्वारा ठेका खुलने और बन्द करने की तय समय सीमा कोई मायने नहीं रखती है।साथ ही अधिकारियों को देने के नाम पर अधिक पैसों की वसूली की जाती है।जिससे अधिकांश ठेकों पर विवाद होते देखे जाते हैं।




माल थाना क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न किस्मों की शराब बिक्री करने के लिये लगभग डेढ़ दर्जन ठेके संचालित हैं।जिनमें सेल्समैनों से शराब बिक्री कराने की ब्यवस्था ठेकेदारों ने कर रखी है।चाहे सरकारी देशी शराबबिक्री का ठेका हो या फिर अंग्रेजी शराब अथवा ठंडी वियर। सभी अपनी बिक्री बढ़ाने के लिये प्रातः साढ़े आठ बजे ही दुकान का थोड़ा दरवाजा खोलकर अंदर बैठ जाते है और शराब की ब्लैक बिक्री के नाम पर पचहत्तर का पौवा नब्बे से सौ रुपये में बेचते देखे जा सकते हैं।यदि किसी ग्राहक ने एतराज किया तो ऊपर वालो को देने के नाम पर वसूली जारी रहती है।गहदौ बाजार स्थित देशी शराब ठेके पर सेल्स मैंन नीलकमल शनिवार प्रातः साढ़े आठ बजे गेट का थोड़ा हिस्सा खुला कर राहुल नामक  युवक को पौवा देकर नब्बे रुपये में बेच रहा था जब उसने कहा पचहत्तर के जगह नब्बे काहे के तो सेल्स मैन का जवाब था दस बजे के बाद आना तब पचहत्तर का ले जाना।राहुल ने नब्बे बढ़ाये और पौवा लेकर चलता बना यह तो मात्र बानगी है।यह ठेका अनुज्ञापी मीना जायसवाल के नाम से है और नीलकमल सेल्स मैन है।चाहे माल कस्बा ,बाजरगांव पकरा,सैदापुर, नबी पनाह,गौरैया चौराहा सभी मधुशालायें अधिक पैसे और समय की धज्जियां उड़ाती देखी जा सकती हैं।वहिंअंग्रेजी शराब के प्रत्येक ब्रांड पर दस रुपये बढ़ा कर वसूली धड़ल्ले से बिक्रेताओं द्वारा की जा रही है। सूत्रों की मानें तो अधिक रुपए  वसूलने की जानकारी पुलिस व आबकारी विभाग को होने के बावजूद भी इनके विरुद्ध नहीं की जाती है कार्यवाही क्योंकि महीने में  मोटी रकम वसूली जाती है जिसके चलते  इनके हौसले बुलंद होते देखे जा रहे हैं।

इस सम्बंध में आबकारी विभाग के अधिकारी रमेश कुमार विद्यार्थी से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है यदि

ऐसा कर रहे हैं तो कल हम किसी को भेजकर जांच कराते है सच्चाई सामने आ जायेगी।तब उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।ठेका खुलने का समय नियमतः प्रातः दस बजे से रात दस बजे का है।