क्षुल्लक रत्न श्री 105 विगुण सागर जी महाराज का चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न

लखनऊ। सर्व जीवो की रक्षा की भावना को लेकर सआदतगंज स्थित पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में क्षुल्लक रत्न श्री 105 विगुण सागर जी महाराज का चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ। 

इस अवसर पर महाराज श्री ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि संत चातुर्मास इसलिए करते हैं कि वर्षा काल अनंत जीवों की उत्पत्ति हो जाती है जीव दया का भाव लेकर उनकी रक्षा के लिए चातुर्मास कलश की स्थापना की जाती है। उनकी रक्षा के साथ श्रावक और शिव की आत्मा को पवित्र और पावन करने के लिए साथ ही सभी भव्य जीवो के कल्याण के लिए चार माह तक एक ही स्थान पर रहकर ईश्वर की भक्ति की जाती है। इसके साथ ही सभी भक्तजनों को संस्कारित करने के लिए और भाभी जीवो के दुखों और उनके संकटों को दूर करने के लिए सभी क्रियाओं को एक ही जगह पर रहकर कर वर्षा काल स्थापित किया जाता है।जिससे सभी जीवो की रक्षा हो सके। इस अवसर पर जैन मंदिर में बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वही महाराज जी का प्रथम मंगल कलश स्थापना का सौभाग्य अमरीश कुमार जैन को मिला। वही चार अन्य कलशो की स्थापना गंभीर चंद जैन, विमल कुमार जैन, जम्बू जैन समेत कमल जैन को मिला। वही पाद प्रक्षालन का सौभाग्य जयकुमार जैन व शास्त्र भेंट रिंकू जैन ने किया।